श्रवण देवी Sarwan Devi शक्तिपीठ मंदिर, Hardoi हरदोई
श्रवण देवी मंदिर उत्तर प्रदेश में हरदोई जनपद के मुख्यालय में स्थित है। इस मंदिर को देवी के शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि इस स्थान पर माता सती के कर्ण भाग का निपात हुआ था, इसीलिए मंदिर का नाम 'श्रवण देवी मंदिर' पड़ा।
देवी भागवत में 108 शक्तिपीठों का ज़िक्र मिलता है। इसमें से 'श्रवण देवी मंदिर' भी एक है। यहाँ की जनश्रुति के अनुसार यहाँ पीपल का प्राचीन पेड़ था, जिसकी खोह मे श्रवण देवी की प्राचीन मूर्ति प्राप्त हुई थी। ऐसा कहा जाता है की उस पीपल में स्वयं आकृति बनती और बिगड़ा करती थी। 1880 ई. में पूर्व खजांची सेठ समलिया प्रसाद को स्वप्न में माँ का दर्शन होने पर उन्होंने इसका विकास करवाया था। इस स्थान पर प्रतिवर्ष क्वार व चैत्र मास (नवरात्र) में तथा आषाढ़ मास की पूर्णिमा में मेला लगता है।
Sarvan Devi Mandir , Hardoi , Uttar Pradesh
Shravan Devi temple is located in the headquarters of Hardoi district in Uttar Pradesh. This temple is considered to be one of the Shaktipeeths of Goddess. It is believed that at this place the Karna part of Mother Sati had fallen, hence the name of the temple was called 'Shravan Devi Temple'.
हरदोई प्रहलाद कुंड को दिव्य और भव्य रूप देकर जनता को समर्पित
हरदोइ--माननीय नरेश अग्रवाल जी के समर्थकों एवं.शिक्षको द्वारा कुछ वर्ष पूर्व हरदोई की ऐतिहाशिक धरोहर भक्त प्रहलाद कुंड पर अभियान चलाया गया जिसकी सफाई अध्यापकों एवम नरेश अग्रवाल के समर्थकों के द्वारा प्रहलाद कुंड के चारों तरफ जो सीढ़िया बनी उसकी साफ सफाई की गई थी ।आज आदरणीय जिला अधिकारी महोदय पुलकित खरे जी,एवं नगर पालिका परिषद अध्यक्ष सुखसागर मिश्र मधुर जी ने प्रह्लाद कुंड को दिव्य और भव्य रूप देकर जनता को समर्पित कर दिया
Prahlad Kund , Sarwan Devi, Hardoi, india
Hardoi has been named Hari-Drohi - that is, who does mischief to God. It is said that Hiranyakashipu had given the name of his city Hari-Drohi. His son rebelled. To punish the son, the sister Holika took her nephew and entered the fire. Exception minus Prahlaad's hair also did not get baked and Holika died. It is said that the lake in which the Holika was burnt, is still situated in Hardoi on the place called Shravanevi. Which is called Prahalad Kund.
हरदोई का अद्भुत मंदिर shravan devi temple hardoi
Bhakt prahlad kund, temple of shravan devi
Sarwan Devi Mela & Temple, Sandi Road , Hardoi
The Sarvan Devi temple on Sandi Road is a shaktipeeth with the mythological history of having been built on the place where the ear [SHRAVAN] of the SATI fell down. Mythologically speaking it an important destination for all interested in Hindu mythology.
हरदोई : इस जगह गिरा था माता सती का कान, स्थापित हुई थी श्रवण देवी शक्तिपीठ
हरदोई : शारदीय नवरात्रि के शुरू होते ही देश भर के देवी दुर्गा के मंदिरों में भक्तों की अपार भीड़ नजर आने लगती है. देवी मां की शक्तिपीठों का नजारा भी देखने वाला हो रहा है. ऐसी ही शक्तिपीठ श्रवण देवी मंदिर हरदोई में भी है. कहते हैं कि यहां देवी मां का कान गिरा था.
Sarwan Devi Temple , Hardoi , Uttar Pradesh
Sarwan Devi Temple , Hardoi , Uttar Pradesh
हरदोई, ऐतिहासिक धरोहर प्रहलाद कुंड को दिव्य व भव्य रूप देकर डीएम व न.पा.अध्यक्ष ने जनता समर्पित किया
हरदोई के मंदिर में हुआ अनोखा चमत्कार
हरदोई के मंदिर में हुआ अनोखा चमत्कार
मां इटिया देवी मंदिर का वार्षिक मेला बहुत मनमोहक अंदाज में संपन्न
Hardoi Shravan devi new look
Hardoi ke sravan Devi mandir ka naya look kaisa laga
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हरदोई शहर के तीर्थ स्थल / बाबा मंदिर प्रहलाद कुंड सरवन देवी मंदिर
इस वीडियो मे आप Hardoi शहर के तीर्थ स्थल के दर्शन करने का सोभाग्य प्राप्त करे
Hardoi :रोशन हुआ Prahlad Ghat, लोगों ने दीप प्रज्वलित कर रोशन किया प्रहलाद घाट |Shravan devi mandir
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देखिए पहली बार वो जगह जहां सर्वप्रथम होलिका दहन हुआ था प्रह्लाद घाट/ श्रवण देवी मंदिर के live दर्शन
उत्तरप्रदेश के हरदोई जिले में मौजूद इस स्थान को अत्यंत प्राचीन और ऐतिहासिक बताया जाता है इसके बारे में कहा जाता है कि हिरण्यकश्यप यहां का राज था तथा इस जिले का नाम हरिद्रोही नगरी हुआ करता था कहा जाता है कि सर्वप्रथम होलिका दहन यही हुआ था हुआ था तथा यही से होली की शुरुआत हुई थी जिस कुण्ड में होलिका अग्नि में जल गई थी उसी कुण्ड को प्रह्लाद कुण्ड कहा जाता हैं मान्यता है कि यही पर भगवान विष्णु ने नरसिंह रूप धारण करके राजा हिरण्यकश्यप का वध किया था इसी घटना को दर्शाने के लिए कुण्ड के मौजूद खंभे में नरसिंह भगवान की मूर्ति भी स्थापित की गई है ।
यही नही यहां एक अत्यंत प्राचीन शक्ति पीठ भी है जिसे श्रवण देवी मंदिर कहा जाता है इसके बारे में मान्यता है कि माता सती का कान का भाग यहां गिरा था जिसके बाद यहां इस शक्ति पीठ का निर्माण किया गया ।
हरदोई श्रवण देवी शक्ति पीठ
हरदोई के देवों की धरती पर श्रवण देवी के बाबा जी से एक चर्चा पहलाद कुंड पर
A beautiful View Of ' Bawan , Hardoi बावन , हरदोई,
Bawan is a Town in Bawan Block in Hardoi District of Uttar Pradesh State, India. It belongs to Lucknow Division . It is located 13 KM towards west from District head quarters Hardoi. It is a Block head quarter.
Bawan Pin code is 241001 and postal head office is Hardoi .
Jagdishpur ( 2 KM ) , Nijampur ( 3 KM ) , Khutehna ( 3 KM ) , Husenpur Sahora ( 3 KM ) , Majhraeta ( 4 KM ) are the nearby Villages to Bawan. Bawan is surrounded by Hardoi Block towards East , Sandi Block towards South , Sursa Block towards South , Shahabad Block towards North .
Hardoi , Sandi , Shahabad, Hardoi , Pihani are the nearby Cities to Bawan.
Temples in Bawan,Bawan
Vishwanath Temple
Bawan; Uttar Pradesh 241001; India
1.0 KM distance
Baba Aadinath Temple
Bawan; Uttar Pradesh 241001; India
1.3 KM distance
Hanumaan Ji Ka Mandir
Jagdishpur; Hardoi-Sawaizpur Rd; Sakara; Uttar Pradesh 241001; India
3.9 KM distance
Sarvan Devi Mandir
Hardoi; Uttar Pradesh 241001; India
10.2 KM distance
Jethee Devi Mandir
Mammarpur; Uttar Pradesh 241001; India
10.5 KM distance
Baba Mandir , Hardoi हरदोई बाबा मंदिर
Hardoi Baba Temple is about 400 years old Devasthan. This historic temple is situated just a short distance from the Prahalad Ghat. It was renovated around 1949, in the courtyard of which there is a peepal tree known as 'Court of Hardoi Baba'. The idol of several deities is established here. The building situated in front of the temple is known as the 'Kirtan Bhawan'. On this, there are pictures related to the life of Lord Rama, Krishna, Raja Harishchandra and Shravan Kumar, on this day, in the moonlight, Ram Navami Navami, Dashmi Ekadashi fair is held and Ram Leela is there. Special prayers are offered every Monday and Friday. In the number of hundreds of devotees, devotees participate. It is believed that due to any problem or obstacle, the problem of Baba ji is solved, the problem is solved. On completion of the prayer, devotees increase the coins and holes of silver.
श्रवण देवी मंदिर में स्थानीय लोगों से चर्चा